I don’t write many Hindi poems, but this is one of those few.
मैं जवान हूà¤,
मैं तूफ़ान हूà¤.
छू नहीं सकते तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡,
मैं आसमान हूà¤.दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का दोसà¥à¤¤ हूà¤,
दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठहैवान हूà¤.
पà¥à¤¯à¤¾à¤° करते हैं लोग मà¥à¤à¥‡,
मैं हर लड़की की जान हूà¤.जाता हूठजहाà¤,
मैं तो रंग जमा देता हूà¤.
कहते हैं लोग मà¥à¤à¥‡,
मैं हर महफ़िल की शान हूà¤.गà¥à¤°à¥‚र है खà¥à¤¦ पर मà¥à¤à¥‡,
और उससे ज़ियादा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है.
सचाई से करता हूठसिरà¥à¤« जो ठीक लगे,
इसी लिठमैं खà¥à¤¦ का अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ हूà¤.सोच रहे होंगे हजूर यह अहंकारी कौन है,
हाठहूठअहंकारी मैं, मगर
चलता हूठईमान से.
मैं पà¥à¤°à¤–ों का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ हूà¤, पंडितों का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ हूà¤.दौलत नहीं है पास न ही शौहरत है साथ,
लेकिन जज़à¥à¤¬à¤¾ है सब पाने का.
उस जज़à¥à¤¬à¥‡ के इलावा,
मैं तो à¤à¤• साधारण इंसान हूà¤. [२]
Beautifully define 🙂
Thank you, Prerna 🙂
🙂
Hey, you’re the goto expert. Thanks for hanging out here.